Text of PM’s address at the launch of agricultural and animal husbandry sector initiatives at Washim, Maharashtra

Prime Minister’s Office

azadi ka amrit mahotsav

Text of PM’s address at the launch of agricultural and animal husbandry sector initiatives at Washim, Maharashtra

Posted On: 05 OCT 2024 3:49PM by PIB Delhi

आजेर भव्य सभान्न संपूर्ण देशेती उपस्थित  मार गोर भई याडी-भेनं  सेन जय सेवालाल, जय सेवालाल।  

महाराष्ट्र के गवर्नर सी पी राधाकृष्णन जी,  यहां के लोकप्रिय मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जी, केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे साथी शिवराज सिंह चौहान, राजीव रंजन सिंह, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, अजित पवार, केंद्र औऱ राज्य सरकार के अन्य मंत्रीगण,  सांसद, विधायक और यहां दूर-दूर से आए हुए बंजारा समाज के मेरे भाई-बहन,  देशभर के किसान भाई-बहन, और अन्य  सभी महानुभाव, और महाराष्ट्र के मेरे भाइयों और बहनों,  मैं वाशिम की इस पावन धरती से पोहरादेवी माता को प्रणाम करता हूं। आज नवरात्र में मुझे माता जगदंबा के मंदिर में उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य मिला है। मैंने संत सेवालाल महाराज और संत राम-राव महाराज की समाधि पर जाकर उनका आशीर्वाद भी लिया है। मैं इस मंच से इन दोनों अपने महान संतों को शीश झुकाकर के नमन करता हूं। 

आज महान योद्धा और गोंडवाना रानी दुर्गावती जी की जन्म जयंती भी है। पिछले वर्ष देश ने उनकी 500वीं जन्म जयंती मनाई थी। मैं रानी दुर्गावती को भी नमन करता हूं।

साथियों, 

आज हरियाणा में मतदान भी हो रहा है। मैं हरियाणा के सभी देशभक्त लोगों से अपील करूंगा कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में वोट करें। आपका वोट हरियाणा को विकास की नई ऊंचाई पर ले जाएगा।

साथियों,

नवरात्रि के इस पावन पवित्र समय में, मुझे अभी पीएम किसान सम्मान निधि की 18वीं किस्त जारी करने का अवसर मिला है। देश के साढ़े 9 करोड़ किसानों के खातों में आज 20 हजार करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए हैं। महाराष्ट्र की डबल इंजन की सरकार तो यहां के किसानों को डबल फायदा पहुंचा रही है। नमो शेतकारी महासम्मान योजना के तहत महाराष्ट्र के 90 लाख से ज्यादा किसानों को करीब 1900 करोड़ रुपए दिए गए हैं। आज कृषि, पशुपालन और किसान उत्पाद संघ-FPOs से जुड़े सैकड़ों करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स भी जनता को समर्पित किए गए हैं। पोहरादेवी के आशीर्वाद से,  मुझे अभी लाडकी बहिन योजना की लाभार्थियों को मदद देने का भी सौभाग्य मिला है। ये योजना नारीशक्ति का सामर्थ्य बढ़ा रही है।मैं महाराष्ट्र के भाइयों-बहनों को,  देश के सभी किसान भाई-बहनों को हार्दिक बधाई देता हूं। 

साथियों,

आज यहाँ आने से पहले मुझे पोहरादेवी में बंजारा विरासत संग्रहालय के लोकार्पण का भी सौभाग्य मिला है। देश की महान बंजारा संस्कृति, इतनी बड़ी विरासत, इतनी प्राचीन परंपरा, ये म्यूज़ियम देश की नई पीढ़ियों को इनसे परिचित कराएगा। और मैं आप सबसे आग्रह करता हूं, ये जो मंच पर बैठे हैं उनको भी आग्रह करता हूं कि आज जाने से पहले ये बंजारा विरासत संग्रहालय देखकर के ही जाना। मैं देवेंद्र जी को बधाई देता हूं। इन्होंने पहली सरकार के समय जो संकल्पना की और इसने उत्तम तरीके से  आज मैंने इसको बना हुआ देखा, मन को बहुत ही संतोष हुआ, आनंद हुआ और मैं तो आपसे आग्रह करूंगा, आप तो देखें, आपके परिवार को बाद में समय निकालकर के इसे देखने के लिए जरूर भेजें। मैं अभी पोहरादेवी में बंजारा समुदाय के भी कुछ महानुभवों से मिलकर के आया। इस म्यूज़ियम के जरिए उनकी विरासत को जो पहचान मिली है, उसका संतोष और गर्व का भाव उनके चेहरों पर था। मैं आप सभी को बंजारा विरासत म्यूजियम की बधाई देता हूं।

साथियों,

जिसको किसी ने नहीं पूछा, मोदी उन्हें पूजता है। हमारे बंजारा समाज ने भारत के सामाजिक जीवन में, भारत की निर्माण यात्रा में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। कला, संस्कृति, आध्यात्म, राष्ट्ररक्षा, व्यापार, हर क्षेत्र में इस समाज के महापुरुषों ने, महान विभूतियों ने देश के लिए क्या कुछ नहीं किया? राजा लखीशाह बंजारा, उन्होंने विदेशी शासकों के कितने अत्याचार सहे! उन्होंने समाज की सेवा में अपना जीवन समर्पित कर दिया! संत सेवालाल महाराज, स्वामी हाथीराम जी, संत ईश्वरसिंह बापूजी, संत डॉ. रामराव बापू महाराज, संत लक्ष्मण चैत्यन बापूजी, हमारे बंजारा समाज ने ऐसे कितने ही संत दिये, जिन्होंने भारत की आध्यात्मिक चेतना को असीम ऊर्जा दी। पीढ़ी दर पीढ़ी,  सैकड़ों-हजारों वर्षों से ये समुदाय भारत की संस्कृति और परम्पराओं को सहेजता और संवारता आया है। आज़ादी की लड़ाई के समय, अंग्रेज़ सरकार ने इस पूरे समुदाय को ही अपराधी घोषित कर दिया था। 

लेकिन भाइयों बहनों,

आज़ादी के बाद ये देश की ज़िम्मेदारी थी कि बंजारा समाज की चिंता करे, उन्हें सही सम्मान दे! और उस समय काँग्रेस की सरकारों ने क्या किया? कांग्रेस की नीतियों ने इस समाज को मुख्यधारा से काटकर रखा। आज़ादी के बाद कांग्रेस पार्टी पर जिस परिवार ने कब्जा किया, उसकी सोच शुरू से ही विदेशी रही है। अंग्रेजी हुकूमत की तरह ही ये कांग्रेसी परिवार भी दलित, पिछड़ा, आदिवासियों को अपने बराबर नहीं मानते। इन्हें लगता है, भारत पर एक परिवार की ही हुकूमत रहनी चाहिए, क्योंकि अंग्रेज़ उन्हें ये हक देकर गए थे! इसीलिए, इन लोगों ने बंजारा समाज के प्रति हमेशा अपमानजनक रवैया बनाए रखा।

साथियों,

NDA की केंद्र सरकार ने ही घुमंतू,  अर्ध-घुमंतू समुदाय के लिए कल्याण बोर्ड का गठन भी किया है। इस समाज की सांस्कृतिक पहचान को सही सम्मान मिले, इस दिशा में भी बीजेपी सरकार और एनडीए सरकारें लगातार काम कर रही हैं। विकास की गति तेज करने के लिए यहाँ राज्य सरकार ने संत सेवालाल महाराज बंजारा तांडा समृद्धि अभियान भी चलाया है।

साथियों, 

हमारे इन प्रयासों के बीच,  आपको ये भी याद रखना है कि कांग्रेस और महा-अघाड़ी का आपके प्रति क्या रवैया रहा है। जब फड़नवीस जी मुख्यमंत्री थे, तब पोहरादेवी तीर्थक्षेत्र के विकास की योजना बनी थी। लेकिन, बीच में महा-अघाड़ी की सरकार आई और उन्होंने इस काम पर ब्रेक लगा दिया। पोहरादेवी तीर्थक्षेत्र का विकास तब आगे बढ़ा जब महायुति  शिंदे जी के नेतृत्व में फिर से यहां सरकार बनी। आज इस योजना पर 700 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इस तीर्थस्थल के विकास से भक्तों को आसानी होगी और आसपास के क्षेत्रों में विकास भी तेज होगा।

भाइयों और बहनों,

बीजेपी अपनी नीतियों से वंचित समाज को आगे बढ़ाना चाहती है। जबकि, काँग्रेस सिर्फ लूटना जानती है। काँग्रेस गरीब को गरीब बनाकर रखना चाहती है। कमजोर और गरीब भारत, कांग्रेस को, उसकी राजनीति को बहुत सूट करता है। इसलिए आप सभी को कांग्रेस से बहुत सावधान रहना है। आज काँग्रेस को पूरी तरह से अर्बन नक्सल का गिरोह चला रहा है। कांग्रेस को लगता है कि अगर सब एक हो गए, तो देश को बांटने का उनका एजेंडा फेल हो जाएगा! इसलिए, ये हमें आपस में लड़वाना चाहते हैं। पूरा देश देख रहा है, काँग्रेस के खतरनाक एजेंडों को किसका सपोर्ट मिल रहा है! जो लोग भारत को आगे बढ़ने से रोकना चाहते हैं, वो इन दिनों काँग्रेस के सबसे करीबी दोस्त हैं! इसलिए, ये समय एक होने का है। हमारी एकता ही देश को बचाएगी। 

भाइयों बहनों,

मैं महाराष्ट्र के लोगों को काँग्रेस की एक और करतूत बताना चाहता हूं। आपने खबरों में देखा होगा, अभी दिल्ली में हजारों करोड़ रुपए का ड्रग्स पकड़ा गया।  और देखिए दुख की बात, इस ड्रग्स रैकेट का मुख्य सरगना कौन निकला? काँग्रेस का एक नेता उसका मुख्य सरगना निकला! काँग्रेस युवाओं को नशे की लत में धकेल कर उस पैसे से चुनाव लड़ना और जीतना चाहती है। हमें इस खतरे से सावधान रहना है और दूसरों को भी सावधान करना है। हमें साथ मिलकर ये लड़ाई जीतनी होगी।

साथियों,

आज हमारी सरकार का हर निर्णय, हर नीति विकसित भारत को समर्पित है। और विकसित भारत का बहुत बड़ा आधार हमारे किसान हैं। किसानों को सशक्त बनाने की दिशा में आज कई बड़े कदम उठाए गए हैं। आज 9200 किसान उत्पाद संघ – FPO देश को समर्पित किए गए हैं। अभी, कृषि के लिए कई इनफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का भी लोकार्पण हुआ है। इनसे कृषि उत्पादों के स्टोरेज, प्रोसेसिंग और प्रबंधन की क्षमता बढ़ेगी। ये सारे प्रयास, किसानों की आय बढ़ाने में मदद करेंगे। वैसे यहां महाराष्ट्र में तो किसानों को NDA सरकार में डबल फायदा हो रहा है। एकनाथ शिंदे जी की सरकार ने किसानों का बिजली बिल भी जीरो कर दिया है। आमच्याख, शेतकरअन्ना, वीजेचे बिल मिलत आहेत,  त्यावर, शून्य लिहिले आहे ना?

साथियों,

महाराष्ट्र के किसानों ने, विदर्भ के किसानों ने कई दशकों तक बड़े संकटों का सामना किया है। काँग्रेस और उसके साथियों की सरकारों ने किसानों को बदहाल और गरीब बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी। यहाँ जब तक महा-अघाड़ी की सरकार थी, उसके दो ही एजेंडे थे। पहला- किसानों से जुड़ी परियोजनाओं को ठप्प करना। दूसरा- इन परियोजनाओं के पैसे में भ्रष्टाचार करना! हम केंद्र से महाराष्ट्र के किसानों के लिए पैसा भेजते थे, लेकिन महाअघाड़ी सरकार उसमें बंदरबाँट करके खा जाती थी। काँग्रेस ने हमेशा किसानों का जीवन मुश्किल बनाया है। वो आज भी वही पुराना खेल खेल रही है। इसीलिए, काँग्रेस को पीएम-किसान सम्मान निधि योजना पसंद नहीं आती! काँग्रेस इस योजना का मज़ाक उड़ाती है, किसानों को मिल रहे पैसों का विरोध करती है! क्योंकि, किसानों के खातों में जा रहे पैसे से उनको जो कमाई करनी चाहिए, उनको जो कटकी करनी चाहिए, भ्रष्टाचार करना चाहिए, उसका अवसर नहीं रहा है। आज पड़ोसी राज्य कर्नाटका को देखिए! जैसे महाराष्ट्र में महायुति सरकार किसान सम्मान निधि के साथ अलग से पैसा देती है, ऐसे ही कर्नाटका में बीजेपी सरकार देती थी।  यहां कर्नाटका के मेरे कई बंजारे परिवार यहां आए हुए हैं। लेकिन, जैसे ही कर्नाटका में कांग्रेस की सरकार आई, उन्होंने वो पैसा देना बंद कर दिया। वहां की कई सिंचाई परियोजनाओं से राज्य सरकार ने मुंह फेर लिया। कर्नाटका में कांग्रेस ने बीज की कीमतें भी बढ़ा दी। हर चुनाव से पहले कर्जमाफी का झूठा वादा, काँग्रेस का पसंदीदा हथकंडा है! तेलंगाना में ये लोग कर्जमाफी का वादा करके सत्ता में आए! लेकिन सरकार बनने के बाद इतना समय गुजर गया! अब किसान पूछ रहे हैं कि उनका कर्ज माफ क्यों नहीं हुआ। 

भाइयों बहनों,

हमें भूलना नहीं है, महाराष्ट्र में भी काँग्रेस और महा-अघाड़ी सरकार ने सिंचाई से जुड़े कितने कामों को रोककर रखा था! जब NDA सरकार आई, उसने इस दिशा में तेजी से काम किया। महाराष्ट्र सरकार ने वैनगंगा-नलगंगा नदियों को लिंक करने की योजना को मंजूरी दी है। करीब 90 हजार करोड़ की इस परियोजना से अमरावती, यवतमाल, अकोला, बुलढाणा, वाशिम, नागपुर और वर्धा में पानी की कमी दूर होगी। महाराष्ट्र की सरकार कपास और सोयाबीन की खेती करने वाले किसानों को आर्थिक मदद भी दे रही है। किसानों के खातों में कपास और सोयाबीन के लिए 10-10 हजार रुपए दिए जा रहे हैं। हाल ही में अमरावती के टेक्सटाइल पार्क का शिलान्यास भी किया गया है। इस पार्क से कपास किसानों को बड़ी मदद मिलेगी।

साथियों,

हमारे महाराष्ट्र में देश की आर्थिक प्रगति का नेतृत्व करने की असीम क्षमता है। ये तभी होगा, जब गाँव-गरीब, किसान-मजदूर, दलित-वंचित, सबको आगे बढ़ाने का अभियान मजबूती से चलता रहेगा। मुझे विश्वास है, आप सब अपना आशीर्वाद बनाए रखेंगे। हम सब साथ मिलकर विकसित महाराष्ट्र, विकसित भारत के सपने को पूरा करेंगे। इसी कामना के साथ, मैं एक बार फिर हमारे किसान साथियों और मेरे बंजारा समाज के सब भाई-बहनों को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ। मेरे साथ बोलिये भारत माता की – जय,

भारत माता की – जय

भारत माता की – जय

बहुत-बहुत धन्यवाद।

 

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